तुम्हारा होना कैसा है..!
तुम्हारा होना ऐसा है
धूप में छाँव जैसा है
जैसे अमावस को चाँद
जैसे पूस की रात
जैसे तकलीफ़ में सुक़ून
पहली बरसात वाला जून
तुम्हारा होना ऐसा है
दर्द में राहत जैसा है
जैसे पूरी हो जाए कोई दुआ
दिल से निकली कोई सदा
किसी ख़्वाब का पूरा होना
जैसे ज़मीं को आसमाँ होना
जैसे साँसों के लिए हवा होना
जैसे हर मुश्क़िल का...
धूप में छाँव जैसा है
जैसे अमावस को चाँद
जैसे पूस की रात
जैसे तकलीफ़ में सुक़ून
पहली बरसात वाला जून
तुम्हारा होना ऐसा है
दर्द में राहत जैसा है
जैसे पूरी हो जाए कोई दुआ
दिल से निकली कोई सदा
किसी ख़्वाब का पूरा होना
जैसे ज़मीं को आसमाँ होना
जैसे साँसों के लिए हवा होना
जैसे हर मुश्क़िल का...