...

6 views

बेफिक्र
#जाने-दो..!
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
किसी ने उसको सच्चा माना तो कोई झूठा बना गया।
ये दुनिया है मिलावटी,
यहां तरह तरह की बाते होंगी।
कहीं मिलेगा सुकून का सबेरा,
तो कहीं तड़पती रातें होंगी।
ये दुनिया है मिलावटी,
यहां तरह तरह की बाते होंगी।
कही मिलेगी खुशियों की बौछारें,
तो कहीं आंशुवों का मंजर होगा,
उसी हाथ में फूल मिलेगा,
उसी हाथ में खंजर होगा।
कहीं मिलेगी गैरों से मंजिल,
तो कहीं अपनों की ही घातें होंगी।
यह दुनिया है मिलावटी,
यहां तरह तरह की बाते होंगी।।
@Broken_Heart

© vip+1822