बेफिक्र
#जाने-दो..!
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
किसी ने उसको सच्चा माना तो कोई झूठा बना गया।
ये दुनिया है मिलावटी,
यहां तरह तरह की बाते होंगी।
कहीं मिलेगा सुकून का सबेरा,
तो...
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
किसी ने उसको सच्चा माना तो कोई झूठा बना गया।
ये दुनिया है मिलावटी,
यहां तरह तरह की बाते होंगी।
कहीं मिलेगा सुकून का सबेरा,
तो...