ग़ज़ल
जब तेरी याद दिल में आती है,
चांदनी भी ये तन जलाती है।
रात काटी है सारी आंखों में,
याद उसकी बहुत सताती है।
वो भी सोता नहीं उधर तन्हा,...
चांदनी भी ये तन जलाती है।
रात काटी है सारी आंखों में,
याद उसकी बहुत सताती है।
वो भी सोता नहीं उधर तन्हा,...