...

12 views

मोहब्बत से नफ़रत तक
#WritcoPoemPrompt22
जाने शहर का कैसा दस्तूर हो गया
अपना जो था पहले दूर हो गया
कोई खोज ख़बर नहीं, लगता है
जैसे हालतों से मजबुर हो गया
वैसे तो चाँद में भी ठहरा दाग
फिर वो इतना...