...

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रुक जाओ...🫣🫣✍️✍️ (गजल)
तेरी आंखों से सैलाब आयेगा रुक जाओ
हरेक प्रश्न का जवाब आयेगा रुक जाओ

तेरे सामने दिल के लफ्ज़ नहीं निकलते
वो पी करके शराब आयेगा रुक जाओ

आज वो खुश है मुझे गम देकर 'सत्या'
समय उसका भी खराब आयेगा रुक जाओ

मैं नहीं पूछूंगा क्यों की बेवफाई उसने
मगर खुदा तो हिसाब आयेगा रुक जाओ

उसे घूमने दो अभी ये दुनिया सारी
वो खुद लेकर गुलाब आयेगा रुक जाओ

जो कहते हैं ना मेरे हिस्से में तारे नहीं
आसमां से महताब आयेगा रुक जाओ

जब हम बढ़ जायेंगे बेफिक्र होकर आगे
वो कहता रुको जनाब आयेगा रुक जाओ



© Shaayar Satya