पुलवामा घाटी
पुलवामा घाटी
देश के वीर जवानों संग घात हुआ पुलवामा घाटी में,
किन गद्दारों ने बोया RDX हिंदुस्तानी माटी में,
मारे गीदड़ शेरों को इतना उनमें साहस कहाँ,
किसने दिया भेद उनको कौन विभीषण नीच यहां।
खड़ा हिमालय चीख पड़ा लहू मिला जब माटी में,
क़ुर्बान हो गए कितने सूरज जन्नत तेरी छाती में।
सिसक रही है नन्ही कलियाँ...
देश के वीर जवानों संग घात हुआ पुलवामा घाटी में,
किन गद्दारों ने बोया RDX हिंदुस्तानी माटी में,
मारे गीदड़ शेरों को इतना उनमें साहस कहाँ,
किसने दिया भेद उनको कौन विभीषण नीच यहां।
खड़ा हिमालय चीख पड़ा लहू मिला जब माटी में,
क़ुर्बान हो गए कितने सूरज जन्नत तेरी छाती में।
सिसक रही है नन्ही कलियाँ...