एहसास उसके होने का!!
तुम्हें प्यार कहूं ,दर्द कहूं या सिर्फ खूबसूरत एहसास ,
झिलमिलाते इन आंखों का बस प्यारा सा ख्वाब ,
जितना चाहो दूर होना ,उतनी करीब हर पल होती हूं ,
क्या करूं किससे कहूं जो तेरे - मेरे दरमिया है ।❤️😍🤫
हर रोज देखती हूं तुझे ,लेकिन बस दूर से, और मेरी सांसे महक उठती है तेरी खुशबू से चाहती तो बहुत हूं सुबह भी तुझसे और शाम भी तुझसे ,
लेकिन तेरे बाहों में ठहराव सिर्फ सपनों के दरमियान निशा में होती है ,
जो एक बार तुझे देख लुं,
अंधेरे में भी चमक उठे ,दर्द से भी हंस पड़े, ये आंखें मेरी ,
रास्ते चाहे जितने भी निकले ,
मंजिल का ठहराव सिर्फ तुझी पर रुकता है ,
क्या करूं, किससे कहूं,जो तेरे- मेरे दरमिया है। 🤫😍
ना रह पाऊंगी , और ना जी पा रही,
तुमसे अधूरी और पूरी भी ,तुमसे जो हूं,
मन्नत कह लो , या जिद है ,या कह लो मेरी इबादत ,
हर रात की...
झिलमिलाते इन आंखों का बस प्यारा सा ख्वाब ,
जितना चाहो दूर होना ,उतनी करीब हर पल होती हूं ,
क्या करूं किससे कहूं जो तेरे - मेरे दरमिया है ।❤️😍🤫
हर रोज देखती हूं तुझे ,लेकिन बस दूर से, और मेरी सांसे महक उठती है तेरी खुशबू से चाहती तो बहुत हूं सुबह भी तुझसे और शाम भी तुझसे ,
लेकिन तेरे बाहों में ठहराव सिर्फ सपनों के दरमियान निशा में होती है ,
जो एक बार तुझे देख लुं,
अंधेरे में भी चमक उठे ,दर्द से भी हंस पड़े, ये आंखें मेरी ,
रास्ते चाहे जितने भी निकले ,
मंजिल का ठहराव सिर्फ तुझी पर रुकता है ,
क्या करूं, किससे कहूं,जो तेरे- मेरे दरमिया है। 🤫😍
ना रह पाऊंगी , और ना जी पा रही,
तुमसे अधूरी और पूरी भी ,तुमसे जो हूं,
मन्नत कह लो , या जिद है ,या कह लो मेरी इबादत ,
हर रात की...