अफगान और मानवता
खोफ नही दर्दनाक है ।
एक एक शीतम का गवाह यह सारा जमाना है।
बात करने वाले इंसानियत की
भाग गए मैदान ए जंग से।
देखो कल ही
हमारे रहनुमा भी गलबहियां कर आए
उसको आतंक से
सरदार नवाजेंगे
देखोगे आप सब
सत्ता के बदलते किरदारों को
यहां होता आया है हमेशा ही खेल
धर्म का
वो भी खोफ नही दर्दनाक है ।
एक एक शीतम का गवाह यह सारा जमाना है।
बात करने वाले इंसानियत की
भाग गए मैदान ए जंग से।
देखो कल ही
हमारे रहनुमा भी गलबहियां कर आए
उसको आतंक से
सरदार नवाजेंगे
देखोगे आप सब
सत्ता के बदलते किरदारों को
यहां होता आया है हमेशा ही खेल
धर्म का
वो भी
लालची
ये भी लालची
मूर्ख लगे है जय जयकारों में
लगाता नही कोई कब्र से आवाज आयेगी
बंदूक के पहरो से।
स
© J. R. GURJAR
एक एक शीतम का गवाह यह सारा जमाना है।
बात करने वाले इंसानियत की
भाग गए मैदान ए जंग से।
देखो कल ही
हमारे रहनुमा भी गलबहियां कर आए
उसको आतंक से
सरदार नवाजेंगे
देखोगे आप सब
सत्ता के बदलते किरदारों को
यहां होता आया है हमेशा ही खेल
धर्म का
वो भी खोफ नही दर्दनाक है ।
एक एक शीतम का गवाह यह सारा जमाना है।
बात करने वाले इंसानियत की
भाग गए मैदान ए जंग से।
देखो कल ही
हमारे रहनुमा भी गलबहियां कर आए
उसको आतंक से
सरदार नवाजेंगे
देखोगे आप सब
सत्ता के बदलते किरदारों को
यहां होता आया है हमेशा ही खेल
धर्म का
वो भी
लालची
ये भी लालची
मूर्ख लगे है जय जयकारों में
लगाता नही कोई कब्र से आवाज आयेगी
बंदूक के पहरो से।
स
© J. R. GURJAR