नारी
ख़ुश हो जाए,जो छोटी सी ख़ुशी से ही,
वो है नारी …..
सब को ख़ुश करने में तत्पर
अपनी ख़ुशी को सदा भूलकर
सबका ध्यान रखती हर वक़्त
हर लम्हा करने को न्यौछावर
वो है नारी ……
न देखें दिन और ना देखे रात
न लेती कभी भी विश्राम
ना कभी उसका आता इतवार
ना देती किसी को इल्ज़ाम
देकर दोष ख़ुद को ख़ुश हो जाती
वो है...
वो है नारी …..
सब को ख़ुश करने में तत्पर
अपनी ख़ुशी को सदा भूलकर
सबका ध्यान रखती हर वक़्त
हर लम्हा करने को न्यौछावर
वो है नारी ……
न देखें दिन और ना देखे रात
न लेती कभी भी विश्राम
ना कभी उसका आता इतवार
ना देती किसी को इल्ज़ाम
देकर दोष ख़ुद को ख़ुश हो जाती
वो है...