आंतरिक पूजा
मूर्ति सही जगह बनाई गई,
पूजा सही जगह की गई;
मंथन सही जगह किया गया।
लेकिन परमात्मा भीतर पाया गया,
मूर्ति में नहीं, न ही मंदिर के शोर में।
सच्चा आत्म...
पूजा सही जगह की गई;
मंथन सही जगह किया गया।
लेकिन परमात्मा भीतर पाया गया,
मूर्ति में नहीं, न ही मंदिर के शोर में।
सच्चा आत्म...