भोर के पर्दे
// #भोरकेपर्दे //
मध्यम मध्यम सी स्वर्णिम आरुषि,
शनै - शनै उदित नील आकाशी;
झीने - झीने गगन पर्दे छलकाती,
लाल - गुलाबी - पीले रंग दर्शाती।
पुष्प - पंखुरी - पात खो बैठे होश,
हीरे - मोती सी चमक उठी ओस;
नील नभ पंछ-ी पुंज हर एक कोस,
रात्रि - तमस का मिट गया हर रोस।
चितवन पर्दे पल में छटत नवभोर,
चंचल सूर्य किरण तन करत...
मध्यम मध्यम सी स्वर्णिम आरुषि,
शनै - शनै उदित नील आकाशी;
झीने - झीने गगन पर्दे छलकाती,
लाल - गुलाबी - पीले रंग दर्शाती।
पुष्प - पंखुरी - पात खो बैठे होश,
हीरे - मोती सी चमक उठी ओस;
नील नभ पंछ-ी पुंज हर एक कोस,
रात्रि - तमस का मिट गया हर रोस।
चितवन पर्दे पल में छटत नवभोर,
चंचल सूर्य किरण तन करत...