अब वो इन्सान नहीं हैं
गम यह नहीं है मुझको,
कि बुरे लोग बहुत हैं
गम तो यह है कि अब,
वो अच्छे लोग नहीं हैं
हम तो यही थे कल तक,
और आज भी यही हैं
पर जो जुल्म से लड़ सके,
साथ में वो कंधे नहीं हैं
वो खो गए हैं प्यार में,
या कहीं खुद में ही गुम...
कि बुरे लोग बहुत हैं
गम तो यह है कि अब,
वो अच्छे लोग नहीं हैं
हम तो यही थे कल तक,
और आज भी यही हैं
पर जो जुल्म से लड़ सके,
साथ में वो कंधे नहीं हैं
वो खो गए हैं प्यार में,
या कहीं खुद में ही गुम...