जमाने को रंग बदलते
मैंने.. हर रोज .. जमाने को .. रंग बदलते देखा है.. उम्र के साथ.. जिंदगी को.. ढंग बदलते देखा है ..!!
वो.. जो चलते थे.. तो शेर के चलने का .. होता था गुमान.. उनको भी.. पाँव उठाने के लिए.. सहारे को तरसते देखा है !!
जिनकी नजरों की चमक देख सहम जाते थे लोग ... उन्ही .. नजरों को.. बरसात की तरह • रोते देखा है.. !!
जिनके ... हाथों के.. जरा से.....
वो.. जो चलते थे.. तो शेर के चलने का .. होता था गुमान.. उनको भी.. पाँव उठाने के लिए.. सहारे को तरसते देखा है !!
जिनकी नजरों की चमक देख सहम जाते थे लोग ... उन्ही .. नजरों को.. बरसात की तरह • रोते देखा है.. !!
जिनके ... हाथों के.. जरा से.....