तलाश
वह धीरे-से पलकें उठाकर गिराना
है प्यार नहीं तो बोलो और क्या है?
कभी नजरें चुराना व टकटकी लगाना
इकरार नहीं तो बोलो और क्या है?
वो छुप-छुप के...
है प्यार नहीं तो बोलो और क्या है?
कभी नजरें चुराना व टकटकी लगाना
इकरार नहीं तो बोलो और क्या है?
वो छुप-छुप के...