मुझे अपने सपनो का घर बनाना है .....
कहने को तो ज़िंदगी बहुत छोटी है
पर इस छोटी सी जिन्दगी में मुझको पैसा बहुत कमाना है
एक छोटे से गांव से बड़ा बनने का सपना देख कर आए थे मेरे पापा शहर
पर मेरी ख्वाहिशें और पढ़ाई के चक्कर में किराए के घर में बस कर रह गए
अब मुझे कमा कर अपने पापा के सपनो का घर बनाना है
जहां सुकून से बैठी हो मां मेरी और आगे पीछे लोग लगे हो
वो हुक्कुम चलाए खाली और उसको पूरा करने के लिए लोग लगे हो
कभी आंसू ना आए मेरी मां की आंखों में पैसों के दुख से
जो चाहे वो...
पर इस छोटी सी जिन्दगी में मुझको पैसा बहुत कमाना है
एक छोटे से गांव से बड़ा बनने का सपना देख कर आए थे मेरे पापा शहर
पर मेरी ख्वाहिशें और पढ़ाई के चक्कर में किराए के घर में बस कर रह गए
अब मुझे कमा कर अपने पापा के सपनो का घर बनाना है
जहां सुकून से बैठी हो मां मेरी और आगे पीछे लोग लगे हो
वो हुक्कुम चलाए खाली और उसको पूरा करने के लिए लोग लगे हो
कभी आंसू ना आए मेरी मां की आंखों में पैसों के दुख से
जो चाहे वो...