कुछ नहीं तो ऐसे बनो..
क्षणिक जीवन के अंतिम क्षणों में उन सूखे नैनों की आशा बन जाना..
अनकहे शब्दों को सुन लेना यूं ही
दबी...
अनकहे शब्दों को सुन लेना यूं ही
दबी...