बचपन
ढूंढू मै तुम्हे कहा.....
मेरी निगाहों में, सड़को कि उन राहों में ,या बहती हवाओं में।
ढूंढू मै तुम्हे कहा....
बचपन की गलियों में ,बारिश की बूंदों में, या बर्फ की गोली की चुस्कीयो में।
ढूंढू मै तुम्हे कहा...
बहन भाई की शरारतों में वो त्यौहार पे मिलने के बहानो में, दोस्तों के साथ बिताएं हुए उन यादों में।
ढूंढू मै तुम्हे कहा....
नजर तुम आते नहीं, क्यों इंतजार है...
मेरी निगाहों में, सड़को कि उन राहों में ,या बहती हवाओं में।
ढूंढू मै तुम्हे कहा....
बचपन की गलियों में ,बारिश की बूंदों में, या बर्फ की गोली की चुस्कीयो में।
ढूंढू मै तुम्हे कहा...
बहन भाई की शरारतों में वो त्यौहार पे मिलने के बहानो में, दोस्तों के साथ बिताएं हुए उन यादों में।
ढूंढू मै तुम्हे कहा....
नजर तुम आते नहीं, क्यों इंतजार है...