हमारे दरमियाँ,अब हम नहीं है
हमारे दरमियाँ, अब हम नहीं है।
बातें, मुलाकातें, तो अब भी होती है।
पर अब समय, पहला सा नहीं है।
हमारे दरमियाँ,अब हम नहीं है।
वक्त के साथ सबकुछ,
मतलबी सा हो गया है।
अपने तो आज भी है,
अपनापन खो गया है।
अब हर मुलाकात में,बस मतलब ही है।
हमारे दरमियाँ, अब हम नहीं...
बातें, मुलाकातें, तो अब भी होती है।
पर अब समय, पहला सा नहीं है।
हमारे दरमियाँ,अब हम नहीं है।
वक्त के साथ सबकुछ,
मतलबी सा हो गया है।
अपने तो आज भी है,
अपनापन खो गया है।
अब हर मुलाकात में,बस मतलब ही है।
हमारे दरमियाँ, अब हम नहीं...