चेहरा (🥺)
कहीं दिनोसे हम दूर ,
मगर दुरिया ही सही।
कहीं दिनोसे हम अनकहे,
मगर अनकहे ही सही।
तेरे न होने से
ये लफ्ज़ खो गए हैं
तुझे मिलने को तरस उठे है।
तेरे आखोने करा पागल
बस तुम्हारे आखोका...
मगर दुरिया ही सही।
कहीं दिनोसे हम अनकहे,
मगर अनकहे ही सही।
तेरे न होने से
ये लफ्ज़ खो गए हैं
तुझे मिलने को तरस उठे है।
तेरे आखोने करा पागल
बस तुम्हारे आखोका...