...

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my emotions
तुम्हे क्या खबर है
दिलो मे नफरते किस कदर है

तू मेरे दिलको रोंदते हुये निकल गया
तेरी ये बेवफाई भी याद रखेंगे हम

दौर ऐ हक़ीक़त कौन बया करे
सबको डर है यहां अपनी जान का

मेरी नजर मे सबसे नीच सख्श वह है
जो अपने सिवा किसी और को श्रेष्ठ ना समझे

संसार मे कोई भी चीज पूर्ण नहीं है
इसलिये वस्तु हो या इंसान कोसना बंद करे






© Zakir Husain agwan