एक सुधि सुदामा
// #एक_सुधि_सुदामा //
मन चंचला अतिरेक प्रेम उमंग,
तृण अतल स्पंदन मृदुल मृदंग;
मनवा तरंग पवन- पावनी संग,
पंख फैला उड़ चली बन पतंग।
चितवन निहारु चारुचंद्र गगन,
संवाद मन भावार्थ उमंग संग;
चले...
मन चंचला अतिरेक प्रेम उमंग,
तृण अतल स्पंदन मृदुल मृदंग;
मनवा तरंग पवन- पावनी संग,
पंख फैला उड़ चली बन पतंग।
चितवन निहारु चारुचंद्र गगन,
संवाद मन भावार्थ उमंग संग;
चले...