...

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सिर्फ़ तुम
#TheUnrequitedLove

बेपनाह मेरी मोहब्बत को तेरी जरूरत है मगर करे भी तो क्या मेरे ऐहसास की तो तुझे जरूरत ही नहीं,

एहसास की बातें कहने की कोशिशें तो बहोत की मगर हर बार इस दिल को तेरे आगे हम हार ही बैठे,

इस दिल की दास्तां को तेरे आगे रख कर करते भी तो क्या तेरी आंखों में खुद की बजाए किसी और के लिए इश्क देख नहीं पाते,

ये आशिकी भी कैसी होती है कि मैं चाहूं तुझे बेपनाह मगर तू ना चाह सके मुझे इक लम्हा,

अब तेरे लम्हा की ना चाहत मुझे मेरे इश्क की फुरसत कहा तुझे,

रह जाना तू यहीं अपनी मुहब्बत को खुशियां लुटाने को मुझे तो बस रुकसत हो जाना अब और कुछ नहीं तुझ पे लुटाने को।
#writico

© #onlymuskan