🪴 तुम्हे पढ़ती हूं और सो जाती हूं कृष्ण😌
तुम्हारे बदन पर मैं साबुन भी मल दूं
हर एक रोज के तेरे कपड़े भी धुल दूँ
जो सोने लगो सर पे बाहें भी रख दूं तेरे ख्वाब में चांद तारे भी रख दूं
सुबह जब उठो तेरे उठने से पहले तुम्हें चाय, , चौका झाड़ू पोंछा भी कर दूं
बस एक बार मुझको तुम्हे चाहने की इजाज़त जो दो तुमको तैयार कर दूं
अभी तो तुम्हारी उमर खेलने की नहीं चाहता मैं तुम्हें तार कर दूं
हे नारी कुंवारी मैं चरणों में तेरे ये सर रख कर अपना मैं उद्धार कर लूं
हे नारी कुमारी चरण में तेरे जीवन मैं अपना तुम्हें हार कर दूं
तेरा
कृष्ण
© संग
हर एक रोज के तेरे कपड़े भी धुल दूँ
जो सोने लगो सर पे बाहें भी रख दूं तेरे ख्वाब में चांद तारे भी रख दूं
सुबह जब उठो तेरे उठने से पहले तुम्हें चाय, , चौका झाड़ू पोंछा भी कर दूं
बस एक बार मुझको तुम्हे चाहने की इजाज़त जो दो तुमको तैयार कर दूं
अभी तो तुम्हारी उमर खेलने की नहीं चाहता मैं तुम्हें तार कर दूं
हे नारी कुंवारी मैं चरणों में तेरे ये सर रख कर अपना मैं उद्धार कर लूं
हे नारी कुमारी चरण में तेरे जीवन मैं अपना तुम्हें हार कर दूं
तेरा
कृष्ण
© संग
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