आ गई विदाई की बेला
भीतर ही भीतर रोये जा रही
साँस को बह दबाये जा रही
मन ही मन वो हँसी मैरी
तालमेल अश्रुओं से बैठाये जा रही...
साँस को बह दबाये जा रही
मन ही मन वो हँसी मैरी
तालमेल अश्रुओं से बैठाये जा रही...