प्रिय पापा
प्रिया पापा,
आपका उपकार बहुत हैं हम पे,सोचती हूं।
क्या कभी चुका पाऊंगी मैं उन्हें...??
पापा आप सा कोई मेरा हाथ कहां थामता..??
रंग रूप गुण जोश जुनून और महत्वाकांक्षा"
सब मुझे आप से ही मिला,
शिक्षा संस्कार और सहनशीलता आगे बढ़ने की क्षमता नई-नई तकनीकें सीखने की इच्छा मुझे आप ने ही...
आपका उपकार बहुत हैं हम पे,सोचती हूं।
क्या कभी चुका पाऊंगी मैं उन्हें...??
पापा आप सा कोई मेरा हाथ कहां थामता..??
रंग रूप गुण जोश जुनून और महत्वाकांक्षा"
सब मुझे आप से ही मिला,
शिक्षा संस्कार और सहनशीलता आगे बढ़ने की क्षमता नई-नई तकनीकें सीखने की इच्छा मुझे आप ने ही...