भूल गए वो नाम तक
रोना सुबह से शाम तक,
पहुंचा देगा राम तक,
इश्क में बस दिल ही नहीं टूटा ,
हो गए हम बदनाम तक ,
सोचा था कि ऐश करेंगे ,
मिला नहीं आराम तक,
तड़प तड़प के प्यासे मर गए,
हाथ न पहुंचा जाम तक,
जिनकी सूरत याद है अब...
पहुंचा देगा राम तक,
इश्क में बस दिल ही नहीं टूटा ,
हो गए हम बदनाम तक ,
सोचा था कि ऐश करेंगे ,
मिला नहीं आराम तक,
तड़प तड़प के प्यासे मर गए,
हाथ न पहुंचा जाम तक,
जिनकी सूरत याद है अब...