...

7 views

भूल गए वो नाम तक
रोना सुबह से शाम तक,
पहुंचा देगा राम तक,

इश्क में बस दिल ही नहीं टूटा ,
हो गए हम बदनाम तक ,

सोचा था कि ऐश करेंगे ,
मिला नहीं आराम तक,

तड़प तड़प के प्यासे मर गए,
हाथ न पहुंचा जाम तक,

जिनकी सूरत याद है अब...