अकविता
सोचा आज फिर एक कविता लिख दु
फिर सोचा उसमे क्या क्या ना मैं दु
भाव मनोभाव दर्द टीस सौभाग्य दुर्भाग्य या
वर्तमान लिख दु
अतीत की कुछ कुंठाए कुछ अधूरे...
फिर सोचा उसमे क्या क्या ना मैं दु
भाव मनोभाव दर्द टीस सौभाग्य दुर्भाग्य या
वर्तमान लिख दु
अतीत की कुछ कुंठाए कुछ अधूरे...