...

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राजा बेटा
आजा-आजा राजा बेटा
नयन की प्यास बुझा जा बेटा

ना जाने ये क्या कहतीं हैं
अँखियाँ नदिया जस बहती हैं,
नींद ना आती ना ही सपना
भवन भी सूना तुम बिन अपना,

तेरे खिलौने यही पड़े हैं
खेलने को ये जिद पे अड़े हैं,
झूल जा झूले मे फिर से तू
इसकी शान बढ़ा जा बेटा,
आजा-आजा राजा बेटा......

कोयल रोज वहीं आती है
बैठी रहती ना गाती है,
बंदर तेरा वही कुशन का
लेटा रहता है बे मन का,

शायद तेरी बिरह न भाती
चिड़िया भी वो अब ना आती,
आजा वरना गुजर जाएगी
दाना उसे खिला जा बेटा,
आजा-आजा राजा बेटा......

साथ तेरा बस छूट गया है
या तू मुझसे रूठ गया है?
बोल बेटा तू कब आयेगा
क्या ये हफ़्ता भी जायेगा,

देख मेरा दिल तोड़ ना ऐसे
मास(माह) कटा है जैसे तैसे,
माँ को गले लगा ले आकर
बाप पे स्नेह लुटा ले बेटा,

आजा-आजा राजा बेटा
नयन की प्यास बुझा जा बेटा,

- रवि कान्त चौहान (🌞रवि)
- Apr 26 2020 02:30 AM


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