...

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" किस मौसम की बात "
किस मौसम की बात ! किस मौसम आ मिली ...
खुश भरी थी आँख, फिर नम हो मिली !! २ !!

भीगे थे जज़्बात ! भीगी फिर मुलाकात ...
भीगा था आलम ! भीगी बीती रात !! २ !!

किस मौसम की बात ! किस मौसम आ मिली ...

पतझड़ में आके यूँ ! बहार सी मिली ...
तपती रेत हो जैसे ! फिर बौछार ले मिली !! २ !!

किस मौसम की बात ! किस मौसम आ मिली ...

तरन्नुम कोई छेड़ ! राग मलहार हो मिली ...
खोई तबस्सुम जैसे, फिर रुख़्सार से मिली !! २ !!

किस मौसम की बात ! किस मौसम आ मिली ...

खोया था " मन " ! फिर उसकी गली ...
नूर- ए - अमन " सुख " ले वो चली !! २ !!

किस मौसम की बात ! किस मौसम आ मिली ...

रवि 🌄 से हो " किरन " आज,
ले असर ! थोड़ा कम हो मिली ...
" सुखविंदर " तिरी बात ! फिर बनके " हम " हो मिली !! २ !!
कारी घटाओं संग ! ले आँख नम हो मिली !! २ !!

किस मौसम की बात ! किस मौसम आ मिली ...

✍️🌄✍️
© Sukhwinder

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