ajib hai. ...
अजीब है,
तेरी आरज़ू में,
तड़पते हुए दिन भी,
मेरी ज़िन्दगी में गिने जाते हैं,
अजीब है,
कितना भी मुस्कुराएँ,
ज़िंदा दिल होकर,
बिना तेरे...
तेरी आरज़ू में,
तड़पते हुए दिन भी,
मेरी ज़िन्दगी में गिने जाते हैं,
अजीब है,
कितना भी मुस्कुराएँ,
ज़िंदा दिल होकर,
बिना तेरे...