खूबसूरत ख्वाब
ख़्वाब में देकर मोह्ब्बत
वो हकीकत में कहाँ रूठ गये
खुली किताब सी थी जिंदगी अपनी
पढ़ तो ली उसने ,पर कुछ पन्ने अभी भी छूट गए
हमें उम्मीद तो न थी उससे कभी ...
वो हकीकत में कहाँ रूठ गये
खुली किताब सी थी जिंदगी अपनी
पढ़ तो ली उसने ,पर कुछ पन्ने अभी भी छूट गए
हमें उम्मीद तो न थी उससे कभी ...