...

1 views

किस बात पर हैरान हूं
तेरा ना आना ,या आकर यूं बहक जाना
मुझे अपने रूह का हिस्सा कहकर कुछ कदमों पर ठहर जाना ,
जिस तरह से मुस्कुरा कर,कुछ तेरा सिहर जाना,
और मुझसे हाथ पकड़ कर कहना की दूर क्यूं हो पास आओ ना,
आंखो पर चश्मे का परदा डाल कर,अंदर से मुझे प्यार से देखना,
और कुछ गिर गया आंखो में कह कर ,मुझसे नजरे मिलाना,

गलतफहमी तो नहीं पाल रखी है ना कहीं हमने,
सच है ना की ,कुछ तो है तुम्हारे भी दिल में