याद है तुम्हें?
#FutureWish
याद है तुम्हें?
वो धूल भरे डगर
वो हिलोरे खाती नहर
वो पगडंडियों का सफ़र
वो शाख़ - ए - शजर
अब तो ओझल हो रहें वो तरुमित्र,कभी झूमते थे जिनकी बाँहों में,
© All Rights Reserved
याद है तुम्हें?
वो धूल भरे डगर
वो हिलोरे खाती नहर
वो पगडंडियों का सफ़र
वो शाख़ - ए - शजर
अब तो ओझल हो रहें वो तरुमित्र,कभी झूमते थे जिनकी बाँहों में,
© All Rights Reserved