तुम मेरे कभी बन पाओगे क्या?
मैं समंदर की एक प्यासी मछली हू।
मेरी प्यास मिटा पाओगे क्या?
मैं बिन रंग के एक तस्वीर हू,जो चाहे एक रंग को,
रंग बन मेरे जीवन में तुम आ जाओगे क्या?
मैं बिन डोर की पतंग हू,जो तरसे एक डोर को,
डोर बन...
मेरी प्यास मिटा पाओगे क्या?
मैं बिन रंग के एक तस्वीर हू,जो चाहे एक रंग को,
रंग बन मेरे जीवन में तुम आ जाओगे क्या?
मैं बिन डोर की पतंग हू,जो तरसे एक डोर को,
डोर बन...