पतंग
अम्बर की उँचाइयों में मगन फिर से
आजाद मार्ग में पतंग की फतेह है
देख रहा हूँ अपने बचपन को फिर से
मन हिलोरे ले रहा है फिर भी संदेह है
ढूंढ रहा हूँ...
आजाद मार्ग में पतंग की फतेह है
देख रहा हूँ अपने बचपन को फिर से
मन हिलोरे ले रहा है फिर भी संदेह है
ढूंढ रहा हूँ...