विद्यार्थी हूँ
विद्यार्थी हूँ
करूँगा क्या....
किताबों के अलावा मेरा और कौन हुआ
किताबें ही मेरा जीवन है
किताब पढ़ना ही लक्ष्य है
पर एक और चीज है जो विद्यार्थी को विद्यार्थी बनाती है
जिसके आगे पूरी दुनिया सर झुकाती है,
शिक्षकों के बिना मेरा अस्तित्व नहीं है, शिक्षक नहीं है तो विद्यार्थी नहीं है।
हम वह कई हैं जिसे सींचा जाएगा तो फूल बनाकर खिल-खिलाएँगे,
जो ना सींचा जाए,
तो सुख कर गिर जाएंगे,
सुख कर गिर जाएंगे,
सुख कर गिर जाएंगे।
© Anjaan
करूँगा क्या....
किताबों के अलावा मेरा और कौन हुआ
किताबें ही मेरा जीवन है
किताब पढ़ना ही लक्ष्य है
पर एक और चीज है जो विद्यार्थी को विद्यार्थी बनाती है
जिसके आगे पूरी दुनिया सर झुकाती है,
शिक्षकों के बिना मेरा अस्तित्व नहीं है, शिक्षक नहीं है तो विद्यार्थी नहीं है।
हम वह कई हैं जिसे सींचा जाएगा तो फूल बनाकर खिल-खिलाएँगे,
जो ना सींचा जाए,
तो सुख कर गिर जाएंगे,
सुख कर गिर जाएंगे,
सुख कर गिर जाएंगे।
© Anjaan