ज़िन्दगी
ऐ ज़िन्दगी इस तरह तो जीने का इरादा नहीं था,
उड़ा दिया फिज़ा में जो वजूद का बुरादा नहीं था
साए ने भी अब साथ छोड़ दिया हो जैसे मेरा,
साथ निभाने का भी ऐसा कोई वादा नहीं था,
जिसने...
उड़ा दिया फिज़ा में जो वजूद का बुरादा नहीं था
साए ने भी अब साथ छोड़ दिया हो जैसे मेरा,
साथ निभाने का भी ऐसा कोई वादा नहीं था,
जिसने...