प्यार की गुहार….
एह खुदा तुमने भी अजीब ईनामित की है,
किसी को उखाड़ कर
किसी की झोली खुशीयो से भरदी है ॥
कोई रोता है तुमारी दुनिया में
खुशीयो को वेच कर,
किसी के नाम पे तुमने
फूलों की बहार कर दी है ॥
अकसर देखा है तुझे
रोते हुए को और रोलाते हुए,
क्या उसके दिलसे
आपके लिये दुआएँ निकलती होगी ॥
माना के तुम करता धरता हो
इस खुबसूरत दुनिया के,
कभी तुझे भी
अैसी चोट से आहट निकलती तो होगी ॥
मैं ये...
किसी को उखाड़ कर
किसी की झोली खुशीयो से भरदी है ॥
कोई रोता है तुमारी दुनिया में
खुशीयो को वेच कर,
किसी के नाम पे तुमने
फूलों की बहार कर दी है ॥
अकसर देखा है तुझे
रोते हुए को और रोलाते हुए,
क्या उसके दिलसे
आपके लिये दुआएँ निकलती होगी ॥
माना के तुम करता धरता हो
इस खुबसूरत दुनिया के,
कभी तुझे भी
अैसी चोट से आहट निकलती तो होगी ॥
मैं ये...