झुकी कमर गवाही है उसकी.....
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अपने होंठों की हंसी के पीछे ,
ना जाने कितने गम छुपाता है
हो कितना भी गमगीन
फिर भी मुस्कुराता है
झुकी कमर गवाही है उसकी
कितना बोझ उठाता है
पेट काट के अपना ,
बिटिया का दहेज जुटाता...
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अपने होंठों की हंसी के पीछे ,
ना जाने कितने गम छुपाता है
हो कितना भी गमगीन
फिर भी मुस्कुराता है
झुकी कमर गवाही है उसकी
कितना बोझ उठाता है
पेट काट के अपना ,
बिटिया का दहेज जुटाता...