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तुम मजबूत हो लड़की , बस खुद पर ये भरोसा रखना ।
तुम मजबूत हो लड़की, बस खुद पर भरोसा रखो ।
मानती हूं, ज़िन्दगी का सफर कठिन है।
आगे बढ़ना भी थोड़ा मुश्किल है ।
पर तुम डटी रहो क्यूंकि तुम सक्षम हो।
भले ही दुनियां की नजरों में चढ़ती रहो ।
उनके तानों और बातों में आती रहो।
खुद के दिल की सुनो और आगे बढ़ती रहो।
क्यूंकि कुछ लोग तुम्हें टूटता हुआ देखना चाहते है ।
तुम्हारी आंखों में नमी और दुख की झलक पाना चाहते है।
उन्हें लगता है लड़कियां रोती है छोटी छोटी बातों पर।
कोई न तुम रोने के बाद भी खुद को मजबूती से खड़ा करती रहो ।
कमजोर पड़ने के बाद भी अपना संघर्ष जारी रखो ।
जीतना हारना तुम्हारे हाथ में नहीं है।
लेकिन एक हारा हुआ इंसान कभी ना कहलाना, तुम हमेशा ये कोशिश करो
देखो, ज़िन्दगी एक लम्बा सफर है।
कभी खुशी ,कभी ग़म, कभी जीतना ,कभी हारना
ये सब चलता रहेगा...।
इन्सान हो तुम , मशीन बनने की कोशिश मत करना ।
भावनाएं और एहसास है तुम में,
तो उन्हें ज़िंदा रखने की ज़िम्मेदारी उठाना ।
अपनी मासूमियत को यूं ही बरकरार रखना।
कोशिश करना अपने वास्तविक रूप को निखारने की ,
न कि खुद को दुनियां के हिसाब से बदलने की।
सुनो बहुत मजबूत हो तुम,बस खुद पर भरोसा रखना ।
अपना सर गर्व से हमेशा ऊंचा उठाए रखना।
होंठों की ये मुस्कुराहट यूं ही बनाए रखना ।
चाहे कितनी भी तकलीफें क्यूं न आए ,
बस तुम हिम्मत के साथ आगे बढ़ना।
अपना हर सपना हकीकत में जीना ।
जो करना हो ,खुद के दम पर करना।
तुम मजबूत हो लड़की, बस खुद पर भरोसा रखो।
तुम जीत जाओगी, हर पड़ाव को सूझ बूझ से पार तो करो।
© कृष्ण_प्रिया
मानती हूं, ज़िन्दगी का सफर कठिन है।
आगे बढ़ना भी थोड़ा मुश्किल है ।
पर तुम डटी रहो क्यूंकि तुम सक्षम हो।
भले ही दुनियां की नजरों में चढ़ती रहो ।
उनके तानों और बातों में आती रहो।
खुद के दिल की सुनो और आगे बढ़ती रहो।
क्यूंकि कुछ लोग तुम्हें टूटता हुआ देखना चाहते है ।
तुम्हारी आंखों में नमी और दुख की झलक पाना चाहते है।
उन्हें लगता है लड़कियां रोती है छोटी छोटी बातों पर।
कोई न तुम रोने के बाद भी खुद को मजबूती से खड़ा करती रहो ।
कमजोर पड़ने के बाद भी अपना संघर्ष जारी रखो ।
जीतना हारना तुम्हारे हाथ में नहीं है।
लेकिन एक हारा हुआ इंसान कभी ना कहलाना, तुम हमेशा ये कोशिश करो
देखो, ज़िन्दगी एक लम्बा सफर है।
कभी खुशी ,कभी ग़म, कभी जीतना ,कभी हारना
ये सब चलता रहेगा...।
इन्सान हो तुम , मशीन बनने की कोशिश मत करना ।
भावनाएं और एहसास है तुम में,
तो उन्हें ज़िंदा रखने की ज़िम्मेदारी उठाना ।
अपनी मासूमियत को यूं ही बरकरार रखना।
कोशिश करना अपने वास्तविक रूप को निखारने की ,
न कि खुद को दुनियां के हिसाब से बदलने की।
सुनो बहुत मजबूत हो तुम,बस खुद पर भरोसा रखना ।
अपना सर गर्व से हमेशा ऊंचा उठाए रखना।
होंठों की ये मुस्कुराहट यूं ही बनाए रखना ।
चाहे कितनी भी तकलीफें क्यूं न आए ,
बस तुम हिम्मत के साथ आगे बढ़ना।
अपना हर सपना हकीकत में जीना ।
जो करना हो ,खुद के दम पर करना।
तुम मजबूत हो लड़की, बस खुद पर भरोसा रखो।
तुम जीत जाओगी, हर पड़ाव को सूझ बूझ से पार तो करो।
© कृष्ण_प्रिया
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