Nasha
इश्क किताबों से करो
चोट चाहे जितनी बार लगे
कोई गल नहीं
हर रोज 4 घंटे तो मिनिमम पढ़ो नशा उस किताब के टॉपिक का करो
जब तक समझो नहीं उसे छोड़ो नहीं
अपने अंदर उतर गया तो ठीक वरना इतना सुंदर पढ़ो कि जिंदगी में उसे उतार कर ही दम लो
दोस्ती इंग्लिश से करो जहां मुंह खोलोगे
खूबसूरत तारीफ ही मिलेंगे
समझना हो तो खुद...
चोट चाहे जितनी बार लगे
कोई गल नहीं
हर रोज 4 घंटे तो मिनिमम पढ़ो नशा उस किताब के टॉपिक का करो
जब तक समझो नहीं उसे छोड़ो नहीं
अपने अंदर उतर गया तो ठीक वरना इतना सुंदर पढ़ो कि जिंदगी में उसे उतार कर ही दम लो
दोस्ती इंग्लिश से करो जहां मुंह खोलोगे
खूबसूरत तारीफ ही मिलेंगे
समझना हो तो खुद...