उनकी चीट्ठी आई है....
सुनो..
अपने ह्रदय के सिवा
और कही रखना न मुझे
ना ही दीवारों पे
और नाही अपने वाॅलेट मे
मुझे अच्छा नही लगेगा
जब निगाहो से ही
सब सवाल करेंगे..
पूछ पूछकर तुम्हे
पामाल करेंगे
प्रेम तो तुमने किया है
हमने किया है
एक दूजे के
दिल मे रहेगे..
सोचकर तुम्हे गुदगुदी आती है
बरबस ही होठों पे
रसभरी मुस्कान आती है
तुम हर घडी
कैसी शरारतें करते रहते हो
अपने होने का
एहसास दिलाते रहते हो
कभी जो मै अकेली
तुम्हे सोचती हूँ...,
तुम्हारे एहसास
मेरी गालों को
सहला जाते है..
मै समझ जाती हू
चूमा है तुम्हीं ने
मेरी गालों को
उडाया हे अपने
मादक फूंक से
मेरी जुल्फों को
रोम रोम रोमांचित
हो उठता है मेरा...
अपने ह्रदय के सिवा
और कही रखना न मुझे
ना ही दीवारों पे
और नाही अपने वाॅलेट मे
मुझे अच्छा नही लगेगा
जब निगाहो से ही
सब सवाल करेंगे..
पूछ पूछकर तुम्हे
पामाल करेंगे
प्रेम तो तुमने किया है
हमने किया है
एक दूजे के
दिल मे रहेगे..
सोचकर तुम्हे गुदगुदी आती है
बरबस ही होठों पे
रसभरी मुस्कान आती है
तुम हर घडी
कैसी शरारतें करते रहते हो
अपने होने का
एहसास दिलाते रहते हो
कभी जो मै अकेली
तुम्हे सोचती हूँ...,
तुम्हारे एहसास
मेरी गालों को
सहला जाते है..
मै समझ जाती हू
चूमा है तुम्हीं ने
मेरी गालों को
उडाया हे अपने
मादक फूंक से
मेरी जुल्फों को
रोम रोम रोमांचित
हो उठता है मेरा...