में रूठा तुम भी रूठ गई फिर मनाएगा कोन
मैं रूठा तुम भी रूठ गई
फिर मनाएगा कौन ?
आज दरार है ,
कल खाई होगी फिर भरेगा कौन ?
मैं चुप , तुम भी चुप
इस चुप्पी को फिर तोडे़गा कौन ?
छोटी बात को लगा लोगी दिल से ,
तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन ?
दुखी मैं भी और तुम भी बिछड़कर ,
सोचो हाथ फिर...
फिर मनाएगा कौन ?
आज दरार है ,
कल खाई होगी फिर भरेगा कौन ?
मैं चुप , तुम भी चुप
इस चुप्पी को फिर तोडे़गा कौन ?
छोटी बात को लगा लोगी दिल से ,
तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन ?
दुखी मैं भी और तुम भी बिछड़कर ,
सोचो हाथ फिर...