...

24 views

दूर ले जाऊँगा
दूर अपनों से जब मै खुद को खोजने निकला
बहोत थक गया था इसलिए सुकून भी ढूंढने निकला
डर था कहीं दूर गया तो खो जाऊँगा
पर नही गया तो फिर खुद को कैसे पाऊंगा

बहोत शोर है अंदर मेरे जैसे सब कहना चाहता है
पर सबर भी इतना ज्यादा है जैसे सब सहना जानता है
मै थक जाऊँगा गिर जाऊँगा पर फिर भी
खुद को संभालूँगा और आगे जाऊँगा
मै खुद को दर्द देने वालों से बहोत दूर ले जाऊँगा





© zehraan ali