दो पल की मोहब्बत(just writing)
दो पल की मोहब्बत है
फिर जुदाई है,
मिलता नहीं कोई साथी
यहाँ फिर तन्हाई है...!!!
आँखों में सपनों का मेला
पर दिल खाली है,
हर मुस्कान के पीछे
छिपी एक कहानी है...!!
कुछ लम्हों का साथ मिला
वो भी खो गया,
इस दिल के अरमानों का
फूल मुरझा गया...!!
यादों का इक साया...
फिर जुदाई है,
मिलता नहीं कोई साथी
यहाँ फिर तन्हाई है...!!!
आँखों में सपनों का मेला
पर दिल खाली है,
हर मुस्कान के पीछे
छिपी एक कहानी है...!!
कुछ लम्हों का साथ मिला
वो भी खो गया,
इस दिल के अरमानों का
फूल मुरझा गया...!!
यादों का इक साया...