बच्चों के हाथों से न छीनों किताबें
हाल मीठे फलों का मत पूछो
रात दिन चाकुओं में रहते हैं।।
गम दौड़ते हैं दिन रात साथ
खुशी के पांव ही कांटो से बीने रहते...
रात दिन चाकुओं में रहते हैं।।
गम दौड़ते हैं दिन रात साथ
खुशी के पांव ही कांटो से बीने रहते...