ये ज़िन्दगी
शिकवा नहीं कोई ज़िन्दगी से,
खुशियों से मरहूम,
किया इस ज़िन्दगी ने ।
की है फूलों की बौछार कहीं,
बरसाई सुख की सौगात कहीं,
कांटे...
खुशियों से मरहूम,
किया इस ज़िन्दगी ने ।
की है फूलों की बौछार कहीं,
बरसाई सुख की सौगात कहीं,
कांटे...