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यकीन कैसे करूं
आईने पर यकीन करूं भी कैसे
वो कहे तुम बेवफा,
लेकिन मेरे दिल की गहरहिया सबूत है,तेरा बाव़फा होने का
किस्मत पर यकीन करूं भी कैसे
वो कहे हमेशा साथ है,
लेकिन मैने अक्सर लोगों के संग उसे लड़ता देखा है।
मेहनत पर यकीन करूं भी कैसे
वो कहे हमेशा जीतती है,
लेकिन मैंने अक्सर मजदूरों से संग उसे हारते देखा है।
खुशी पर यकीन करूं भी कैसे
वो कहे हमेशा हंसती है,
लेकिन मैंने अक्सर उसे औरों के खातिर उसे दबते देखा है।
जिंदगी पर यकीन करूं भी कैसे
वो कहे हमेशा चलती है
लेकिन मैंने अक्सर उसे अपनो के खातिर मरते देखा है।
मौत पर यकीन हो गया है अब से
अक्सर मरने के बाद
लोग अमर हो जाते है,मेहनत और किस्मत खुशी से दिख जाते है।
© mehakkhushiki #KRK#
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