आत्मा का श्रृंगार....
इस बनावटी दुनिया के,कई रंग देखे जाते है,
सच्चे झूठे तरह तरह के,लोग संग देखे जाते है।
दबे हुए को और दबा के खुद को ऊंचा दिखाते है,
वाह वाही के लालच...
सच्चे झूठे तरह तरह के,लोग संग देखे जाते है।
दबे हुए को और दबा के खुद को ऊंचा दिखाते है,
वाह वाही के लालच...