यादें
कुछ की थीं जो नादानियां
उनकी सज़ा को झेल रहे हैं
मां से ना मिल पाने की टीस लिए
दिल ही दिल में पिघल रहे हैं
यादों के अलाव जल रहे हैं,,,,
जलते रहेंगे
उनकी सज़ा को झेल रहे हैं
मां से ना मिल पाने की टीस लिए
दिल ही दिल में पिघल रहे हैं
यादों के अलाव जल रहे हैं,,,,
जलते रहेंगे
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